क्या रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी खत्म हो गई है? क्या रियल एस्टेट सेक्टर फिर से मंदी की चपेट में आ गया है? ऐसा इसलिए कि घरों की बिक्री तिमाही दर तिमाही लगातार गिरती जा रही है। आपको बता दें कि घरों की आसामान छूती कीमत और आर्थिक वृद्धि को लेकर चिंता की वजह से चालू कैलेंडर साल की पहली (जनवरी-मार्च) तिमाही में देश के नौ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री 23 प्रतिशत घटकर 1.06 लाख इकाई रहने का अनुमान है। रियल एस्टेट डेटा विश्लेषण कंपनी प्रॉपइक्विटी की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आंकड़ों के अनुसार, चालू कैलेंडर साल की पहली तिमाही में घरों की बिक्री पिछले साल की इसी अवधि के 1,36,702 इकाई से घटकर 1,05,791 इकाई रहने का अनुमान है। 

क्यों लोग घर नहीं खरीद रहें?

प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और सीईओ समीर जसूजा ने कहा कि घरों की कीमतों में वृद्धि और भू-राजनीतिक घटनाक्रमों तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ कमजोरी के कारण निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं जिससे बिक्री में गिरावट आई है। हालांकि, चेन्नई में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 4,962 इकाई से दो प्रतिशत घटकर 4,858 इकाई रहने का अनुमान है। हैदराबाद में बिक्री में 47 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। हैदराबाद में बिक्री 20,835 इकाई से घटकर 11,114 इकाई रहने का अनुमान है। इसी तरह कोलकाता में भी घरों की बिक्री 5,882 इकाई की तुलना में 28 प्रतिशत घटकर 4,219 इकाई रहने का अनुमान है। मुंबई में घरों की बिक्री 16,204 इकाई से 36 प्रतिशत घटकर 10,432 इकाई पर आने का अनुमान है। नवी मुंबई में भी इसके 9,218 इकाई से सात प्रतिशत घटकर 8,551 इकाई रहने की संभावना है। पुणे में घरों की बिक्री 26,364 इकाई से 33 प्रतिशत घटकर 17,634 इकाई रहने का अनुमान है। ठाणे में घरों की बिक्री में 27 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। इसके 19,254 इकाई रहने का अनुमान है। पिछले साल यह आंकड़ा 26,234 इकाई का रहा था। 

इन दो शहरों में तेजी की उम्मीद 

नौ प्रमुख शहरों में केवल दिल्ली-एनसीआर और बेंगलुरु में इस तिमाही में बिक्री में वृद्धि देखने को मिल सकती है। आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च, 2025 में बेंगलुरु में घरों की बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 18,508 इकाई रहने की संभावना है, जो एक साल पहले समान तिमाही में 16,768 इकाई थी। दिल्ली एनसीआर में भी बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 10,235 इकाई से 11,221 इकाई होने की उम्मीद है। प्रॉपइक्विटी के अनुसार, 3 साल की रिकॉर्ड मांग के बाद अब कुछ ‘करेक्शन’ देखने को मिल रहा है, जिसके कारण बिक्री में भी गिरावट का रुख है। चालू तिमाही में आवासीय संपत्तियों की नई आपूर्ति 34 प्रतिशत घटकर 80,774 इकाई रहने का अनुमान है, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,22,365 इकाई थी।