मई के महीने में भी लोगों को काफी हद तक गर्मी से राहत मिलती दिखाई दे रही है। पिछले लगभग एक सप्ताह से प्रदेश के अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं, यह गिरावट का दौर अगले 24 घंटे तक और रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में अगले 24 घंटे में दो से तीन डिग्री तक पारा गिरने के आसार हैं, जबकि इसके बाद दो से चार डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है।

वहीं, प्रदेश के एक दो स्थानों में गरज-चमक के साथ वज्रपात होने एवं अंधड़ चलने की संभावना है, जबकि एक दो स्थानों पर बहुत हल्की वर्षा होने के भी संकेत हैं। साथ ही राजधानी में आकाश आंशिक रूप से मेघमय रहने के आसार हैं, जबकि अधिकतम तापमान 39 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने के संकेत हैं।

इसी बीच शुक्रवार को राजधानी में दिनभर बादल छाए रहे और बहुत हल्की बूंदा-बांदी भी देखने को मिली, जबकि कवर्धा क्षेत्र में एक सेमी तक वर्षा भी दर्ज की गई। साथ ही प्रदेश में सर्वाधिक तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में, जबकि न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री सेल्सियस नारायणपुर में दर्ज किया गया।

यह बन रहा सिस्टम

एक द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से रायलसीमा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसकी वजह से शनिवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में वर्षा की संभावना के साथ ही अंधड़ चलने एवं वज्रपात होने के भी आसार बन रहे हैं। साथ ही प्रदेश के अधिकतम तापमान में भी गिरावट होने की आशंका जताई जा रही है।

अधिकतम तापमान में जबरदस्त गिरावट

मौसम विभाग के पिछले 30 वर्षों के औसत आंकड़ों के अनुसार अधिकतम तापमान में जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। यह माना और बिलासपुर में सात डिग्री सेल्सियस तक कम, जगदलपुर व पेंड्रा रोड में चार डिग्री, राजनांदगांव में तीन डिग्री, जबकि अंबिकापुर में यह सामान्य औसत से दो डिग्री सेल्सियस कम है।

न्यूनतम तापमान दुर्ग में औसत से कम

इसके अलावा न्यूनतम तापमान दुर्ग को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में औसत से ज्यादा है। यह दुर्ग में औसत से 3.7 डिग्री सेल्सियस कम है, जबकि माना में 1.6 डिग्री, बिलासपुर में 1.5 डिग्री, जगदलपुर में 0.4 डिग्री और पेंड्रा रोड में 0.1 डिग्री सेल्सियस तक सामान्य औसत से अधिक है।