संगारेड्डी: पशमिलारम औद्योगिक एस्टेट में स्थित सिगाची फार्मा केमिकल यूनिट में सोमवार सुबह एक रिएक्टर फटने से जबरदस्त विस्फोट हुआ. यह घटना सुबह 8:15–9:35 बजे के बीच हुई, जिससे आग फैलने लगी और उत्पादन विभाग सहित कई इमारतों को गंभीर क्षति पहुंची. मृतक संख्या बढ़कर 13 हो चुकी है, जबकि 22 मजदूर झुलस गए और 12 की हालत गंभीर बनी हुई है.

मौजूद लोग और बचाव कार्य की शुरुआत
इस समय फैक्ट्री परिसर में करीब 90 लोग कार्यरत थे. विस्फोट की तीव्रता इतनी ज़ोरदार थी कि कुछ कर्मी 100 मीटर दूर तक उड़ गए. 11 दमकल गाड़ियां, NDRF और SDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव प्रक्रिया शुरू कर दी गई. जिला कलेक्टर प्रवीण्या और एसपी परितोष ने घटनास्थल का निरीक्षण कर बचाव कार्य के लिए दिशा-निर्देश जारी किए.

घायल श्रमिकों का इलाज
घायलों को चंदनगर व इस्नापुर के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इनमें से 12 की हालत नाजुक मिलने पर उन्हें ICU में रखा गया है. राज्य सरकार ने हर घायल्य को उचित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.

हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए मंत्री दामोदर राजनरसिम्हा ने कहा कि इमारत का मलबा हटने के बाद ही विस्तृत आंकड़े उपलब्ध होंगे. सुरक्षा मानकों की कमी या लापरवाही का संदेह जताया गया है और एक विशेष जांच टीम गठित करने की भी तैयारी जारी है.

पीएम मोदी ने जताया दुख, आर्थिक सहायता की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई. उन्होंने घोषणा की कि, मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये, गंभीर घायलों को 1 लाख रुपये, अन्य घायलों को 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी.

सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी
इस हादसे ने तेलंगाना में औद्योगिक सुरक्षा मानदंडों की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. मंत्री विवेक वेंकट स्वामी ने बताया कि श्रम आयोग जल्द ही श्रमिकों की शिकायतों की जांच करेगा और सुरक्षा उपायों की समीक्षा करेगा. अतिरिक्त रूप से मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों को तीव्रता से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

 

 

आग बुझाने और बचाव कार्य में अभी बाकी है चुनौती
आग बुझाने के बावजूद इलाके में तेज़ रासायनिक गंध बनी हुई है जो आसपास के लोगों के स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकती है. मलबा हटाने और फंसे कर्मियों की तलाश अभी जारी है. रिसर्च अधिकारियों को विस्फोट के तकनीकी कारणों का पता लगाना है, साथ ही रिएक्टर मॉडल और रख-रखाव की जांच भी होनी है.

सिगाची केमिकल फैक्ट्री में हुए इस दर्दनाक विस्फोट ने 13 परिवारों की खुशियां तबाह कर दी हैं और औद्योगिक सुरक्षा में बड़ी चूक को उजागर किया है. प्रधानमंत्री और राज्य सरकार की तरफ से आर्थिक मदद के साथ-साथ जांच प्रक्रिया जारी है.