जगदलपुर। जिले के ग्राम हाटगुड़ा में फिर एक मतांतरित आदिवासी के शव के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। भारी विरोध के बीच अंततः हिंदू रीति रिवाज से अंत्येष्टि करनी पड़ी। दरअसल जिस आदिवासी का निधन हुआ था, उसने और परिजनों ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया है। परिजन उसके शव को गांव में दफनाना चाहते थे। ग्रामीण इसके विरोध में उतर आए। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के लोग भी बड़ी संख्या में हाटगुड़ा पहुंच गए थे। स्थिति को देखते हुए प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद थे। स्थानीय आदिवासी समाज के प्रबल विरोध को देखते हुए अंततः अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज़ से निपटना पड़ा। बस्तर जिले सहित जनजातीय क्षेत्रों में सांस्कृतिक हस्तक्षेप के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बस्तर में प्रत्येक प्रकृति और माटी की पूजा होती है। यह परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। संस्कृति में हस्तक्षेप से यह परंपरा नष्ट होती जा रही है। इतिहास गवाह है कि आदिवासियों ने बड़े बड़े विद्रोह व अग्रेजी सरकार के विरोध में किया है और अब यही आदिवासी अपनी संस्कृति बचाने लगातार संघर्ष कर रहे हैं। बस्तर संभाग पांचवी अनुसूची लागू होने के बाद भी अब तक की सरकारों ने संस्कृति को बचाने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। बस्तर की पहचान प्रकृति और यहां के प्रकृति पूजकों के वजह से है। इसके संरक्षण हेतु सरकार को कठोर नियम बनाने व संस्कृति के रक्षण हेतु विशेष पहल करने की आवश्यकता है। बजरंग दल के नगर संयोजक भवानी सिंह चौहान ने बताया कि हिंदू और ईसाई की पूजा पद्धति अलग अलग हैं, आराधना स्थल भी अलग हैं।फिर भी हमारे अंतिम संस्कार स्थलों में बारंबार हस्तक्षेप हो रहा है। जब ईसाइयों के पादरी हिंदू से ईसाई में मतांतरण कर सकते हैं, तो अंतिम संस्कार के स्थल अलग क्यों नहीं कर रहे? लगातार जनजातीय क्षेत्र में गतिरोध पैदा हो रहा है। जिसे दूर करने, संस्कृति के संरक्षण हेतु सरकार और प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। इस कार्य में विहिप जिला अध्यक्ष हरि साहू, विभाग सेवा प्रमुख अनिल अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष प्रेम चालकी, जिला संयोजक घनश्याम नाग, जिला सहमंत्री होमेश राठौर, जिला सेवा प्रमुख देवेंद्र कश्यप, जिला धर्म प्रसार प्रमुख आशीष कोटक, प्रखंड अध्यक्ष कैलाश ठाकुर, प्रखंड संयोजक सुरेश नाग, उपाध्यक्ष शेखर देवांगन, अशोक देवांगन, सहमंत्री वीरेंद्र कच्छ, नगर सहमंत्री गौरव ठाकुर, नगर प्रसार प्रमुख सुमीत गुप्ता, नगर साप्ताहिक मिलन प्रमुख सन्नी रैली, नगर गौरक्षा प्रमुख योगेश ठाकुर, जसवंत जोशी, पारेश्वर यादव, डिलेश ठाकुर, मनीष ठाकुर, अमित ठाकुर, संतोष यादव, डालेश्वर कश्यप, मोहन ठाकुर, मोहन गोयल, कपिल कश्यप और गांव के वरिष्ठजन उपस्तिथ थे।