सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सोने की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। वहीं, चांदी के भाव में गिरावट आई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 79,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। हालांकि, चांदी 300 रुपये घटकर 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। गुरुवार को सफेद धातु 93,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। शुक्रवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 78,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में फरवरी डिलीवरी वाले सोने के अनुबंधों में 181 रुपये या 0.24 प्रतिशत की तेजी आई और यह 76,657 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। एक्सपर्ट का मानना है कि अगर भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो गोल्ड की कीमतें भी बढ़ सकती हैं।

सोने की कीमतों पर क्या है एक्सपर्ट की राय

एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, "आज शाम को बाजार में गैर-कृषि पेरोल और बेरोजगारी के महत्वपूर्ण आंकड़ों का इंतजार है। इसलिए एमसीएक्स पर सोने में मामूली बढ़त दर्ज की गई। फेड के नीतिगत दृष्टिकोण को आकार देने के लिए ये मीट्रिक महत्वपूर्ण हैं।"

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, "अमेरिका में उम्मीद से बेहतर मैक्रोइकॉनोमिक डेटा फेड को इस महीने दरों में कटौती रोकने के लिए मजबूर कर सकता है। इसका सोने की कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। दूसरी ओर, उम्मीद से कमजोर डेटा सोने की कीमतों में उछाल ला सकता है।"

भू-राजनीतिक तनाव पर भी रहेगी नजर

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्च के विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, "डॉलर में कमजोरी और शुक्रवार को आने वाली प्रमुख नौकरियों की रिपोर्ट से पहले सोने में स्थिरता बनी हुई है। भू-राजनीतिक अशांति लगातार बढ़ रही है, जिससे सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों के लिए मजबूत आधार तैयार हो रहा है।'

फ्रांस की सरकार गिर गई, जबकि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग बढ़ गई, क्योंकि उन्होंने देश में मार्शल लॉ लागू करने का असफल प्रयास किया था। मोदी ने कहा कि अमेरिका से लगातार कमजोर आंकड़ों की रिपोर्ट के बाद डॉलर में गिरावट आई, जो गोल्ड के लिए अच्छी बात है।